मां बिस्तर पर जाकर लेट गई तभी रवि काका बिस्तर पर गई और मां की टांगें खोल कर बीच में बैठ गई, फिर काका ने अपना लंड मां की चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया तो मां की हल्की सी आह निकल गई, तब मां बोली के प्लीज धीरे क्रना.
तो रवि काका हस्स पड़े तबी काका ने अपना लंड माँ की चूत पर सेट किया और एक धक्का मारा तो माँ की दर्द से गाल निकल गयी क्योंकि उसका कुछ पहले ही गैंगबैंग हुआ था तो मेरी चूत में दर्द था।
लेकिन काका का लंड अन्दर नहीं घुसा तो बाकी काका हसने लगे तबी रवि काका ने फिर से अपना लंड माँ की चूत से सेट किया और एक जोरदार धक्का मारा तो काका का बुरा सुपाड़ा ही अन्दर गया और माँ चिल्लाने लगी आअह्ह्ह्ह ऊह्ह्ह्ह प्लीज धीरे करो माँ विजय काका की तरफ दर्द भरी नजरों से देखने लगेगी।
तो विजय काका बोले के कोई बात नहीं शीला डार्लिंग थोड़ा सा दर्द तो होगा ही बुरा मैं सब नॉर्मल हो जाएगा तो विजय काका ने मां के स्तन दबाए और एक लंबा लिप किस दिया और वापिस सोफ़े पे चले गए फिर रवि काका धीरे धीरे धक्के लगाने लगेंगे।
तबी माँ ने रवि काका को रुकने को बोला तो काका रुक गए बाकी काका हेयरन हो गए के ये रवि रुक गया क्या हुआ तो रवि काका ने अपना थोड़ा सा लंड भी बाहर निकाल लिया तभी रुकने के बाद रवि काका ने एक जोरदार धक्का मारा तो रवि काका का लंड माँ की चूत को चीरता हुआ माँ की चूत के अंदर घुस गया।
रवि काका का 12 का 12 इंच का लौड़ा माँ की चूत में घुस गया माँ पूरी तरह से चिल्लाने लगी आआह्ह्ह्ह ओह्ह्ह माआआआ माई तो मररर गई आआआह प्लीज बाहर निकाल लो इसको तो अब की बार काका रुके नहीं तो धीरे धीरे अनहोन करें अपनी स्पीड बढ़ा दी।
10 मिनट में चूत ठोकने के बाद काका ने अपना लंड माँ की चूत से बाहर निकाला और माँ को खड़ा होने को बोला तो माँ खड़ी हो गई तब काका खुद बिस्तर पर लेट गई और माँ को अपना लंड गांड में लेने को बोला..
तो माँ अपनी पीठ रवि काका की तरफ से उनके लोडे पर बैठ गई और गांड में लेने लगी तो काका ने अपनी पीठ उठाकर धक्का मारा तो माँ की गांड में दर्द हुआ माँ फिर उठ खड़ी हुई लेकिन रवि काका का लंड गांड में घुसा नहीं था काका ने अपना ठीक निकाला और माँ की गांड पे लगा दिया।
फिर काका ने वापस माँ को बैठने के लिए बोला अबी माँ काका का लंड अपनी गांड पर एडजस्ट कर ही रही थी कि रवि काका ने एकदुम से पनी पीठ ऊपर उठा कर धक्का मारा तो काका का आधा लंड माँ की गांड में घुस गया तब रवि काका रुके और सतीश काका आगे बढ़े और उन्हें माँ की ताँगें खोली और बीच में जाकर बैठ गई।
सतीश काका ने अपना लंड माँ की चूत पर रगड़ा और एक जोर का धक्का मारा तो काका का पूरा लंड माँ की चूत में घुस गया इस बार भी माँ चिल्ला उठी तो दोनो काका धीरे धीरे चुदाई करने लगेंगे।
कुछ समय खराब मां नॉर्मल हुई तो रवि और सतीश काका की चुदाई की स्पीड बढ़ने लगी, गैंगबैंग की वजह से मां को पहले से दर्द शुरू हो गया तो मां फिर से चिलाने लगी, पूरा रूम मां के चिलाने की वजह से गूंज उठा और रूम की मां की चुदाई की आवाज सुनाई दे रही थी.
प्योर रूम में पचक पचक की आवाज आ रही थी बाकी काका ये सब देख कर मुंह मार रहे थे और परेशान रहे थे जब मां ने चिल्लाना बंद ना किया तो विजय काका आगे हुए और अपने लंड मां के मुंह में डाल दिया अंदर घुसाने लगे उसके से माँ की आवाज़ बंद हो गई।
विजय काका का लंड माँ के गले तक जा रहा था तो माँ की साँस फुलने लगी जिसकी वजह से माँ चटपटाने लगी माँ उन्हें छोड़ना चाह रही थी लेकिन मेरी माँ साँड़ जैसा तीन मर्दों के बीच फंसी हुई रही जिसकी वजह से मेरी माँ बहुत ना कर सकी तीनो काका माँ को पागलों की तरह चोद रहे थे।
जैसे कि मेरी मां प्रोफेशनल है उनको मां पे कोई तरस नहीं आ रहा था मां की आंखों से आंसू बह रहे थे मां लगतर रो रही थी फिर मां थोड़ा नॉर्मल हो गई मां को लगतर 30 मिनट इस तारा को चोदने के बाद सब ने अपनी पोजीशन चेंज कर ली अब विजय काका अपना लंड खड़ा करके बिस्तर पर लेट गये।
तो माँ समझ गई माँ काका के ऊपर आ गई और अपनी चूत को फेल कर दिया, माँ ने विजय काका का लंड अपनी चूत पर एडजस्ट किया और अपनी चूत का थोड़ा प्रेशर बना कर काका के लंड पर बैठ गई तो पहली बार में ही काका का पूरा लंड माँ की चूत में घुस गया अब सतीश काका माँ के पीछे आ गए तो अनहोन फ़ले ही अपना ठुक माँ की गांड पे लग गया।
फिर काका ने माँ के गांड पर लंड रखबक धक्का मारा तो सतीश काका का सिर्फ आधा ही लंड माँ की गांड में गया इस बार माँ बस थोड़ा सा बस आगे ही हुई।
तो विजय और सतीश काका ने माँ को चोदना चालू कर दिया विजय काका ने रवि काका को इशारा किया तो रवि काका अपना लंड ले कर माँ के पास आये तो माँ ने खुद ही काका का लंड अपने मुँह में ले लिया और पूरी तरह से काका का लंड चुसने लगेगी तो काका भी मुझसे कराह उठी आआआहह।
10 मिनट तक खराब रवि काका माँ के मुँह में ही झड़ गए और माँ उनका सारा माल पेशाब हो गई खराब में 20 मिनट तक ऐसे ही माँ को दोनों तरफ से चोदने के बाद सतीश काका और विजय काका भी डिस्चार्ज हो गए।
विजय काका ने भी अपना माल माँ की चूत को चोद दिया लेकिन सतीश काका ने अपना माल माँ के स्तनों को ऊपर से चोदा तो सभी माँ के ऊपर से हट गए तब चरण राजू और सोनू काका आगे आए माँ को चोदने के लिए माँ बोली के रुको अबी एम थक चुकी हूं थोड़ा रुको।
तो फिर 10 मिनट बाद चरण राजू औ सोनू काका आगे आए तो चरण काका फले ही बोल पड़े के माई तो बस चूत मारूंगा तो मां डर गई और रोने लगी वो चरण काका को रिक्वेस्ट क्रने लगेगी के प्लीज चरण तुम चाहे जितना मरजी लंड चूसवा लो लेकिन कृपया मेरी चूत मत मारो तुम्हारा लंड बहुत बड़ा है मेरी चूत फट जाएगी।
तो माँ डर के मारे बिस्तर के एक कोने में चली गई तब चरण काका बोले के सब तुम पर निर्भर है तुम्हें अपनी चूत फटवानी है या गांड तो कुछ देर सोचने के लिए माँ बिस्तर पर आ कर लेट गई लेकिन वो रो रही थी।
तब चरण काका ने माँ को उठने को बोला माँ बिस्तर पर खड़ी हो गई तो चरण काका बिस्तर पर लेट गए और उन्हें अपने 15 इंच का लंड खड़ा कर दिया लेकिन माँ ऊपर नहीं बैठी बीएस वाहा खड़ी रही तो बाकी काका हंसने लगे तो काका ने माँ को ऊपर बैठने को बोला.
तो माँ अपनी तांगे फेल कर काका के लोडे के ऊपर बैठ गई लेकिन काका का लंड माँ की चूत में नहीं घुस रहा था तो काका ने अपने हाथों से माँ की चूत को फेलाया फिर माँ को ऊपर बैठने को बोला माँ काका के लोडे के ऊपर बैठी तो काका का आधे से कम लंड माँ की चूत में घुस गया लेकिन माँ पूरी नहीं बैठ रही थी।
Kaka k lund pe kyuki kaka k lund bht bdaa tha aur maa chut phat jane k dar se nhi baith rhi thi toचरण काका ने माँ के हाथों को पकड़ा और माँ को अपनी तरफ खींच लिया तो माँ काका के लंड पर फिर गई और काका का 15 इंच का लौड़ा पूरा मेरी माँ की चूत के अंदर था।
मां फिर से रोने एलजी पीडी और उसकी चूत में से खून बहाने लगा जो के चरण काका के लंड पर एलजी गया और भर आने लगा तो काका बोले के देखा शीला मैंने कहा था नाक आज तेरी चूत फाड़ूंगा ये सुनकर सब हंसने लगेंगे तो चरण काका मां कि गांड में अपने डोनो हाथों की दो उंगली डाल दी और फिंगरिंग शुरू कर दी।
और उन्हें सोनू काका ने इशारा किया और सोनू काका ने अपना लंड मां की गांड में घुसा दिया मां और जोर से रोने लगी तो चरण काका राजू काका को बोले के अब तू किसकी इंतजार कर रहा है तो काका ने अपना लंड मां के मुंह में डाल दिया दिया जिस से मां रोने की आवाज बंद हो गई अब मां की आंखों से आंसू बह रहे थे।
कुछ समय के ट्रेल्स के खराब राजू और सोनू काका अपनी पोजीशन चेंज करने लगे और चरण काका कागटर मां की चूत में अपना लंड पेल रहा था और स्टॉक के साथ काका का लंड मां की चूत के दाने को टच करने के लिए मैं उछलने लग जाती 45 मिनट चोदने के बाद राजू और सोनू काका माँ के मुँह और गांड में झड़ गए लेकिन चरण काका अब भी लंड पेल रहे थे।
तब तक माँ कुछ सामान्य हो चुकी थी तो माँ चरण काका को बोलती थी कृपया अब तो चोद दो चाहो तो लंड चूसवा लो लेकिन चरण काका ने मना कर दिया इतने में चरण काका भी माँ की चूत में ही डिस्चार्ज हो गए तो माँ ने चेन की सांस ली तब चरण काका ने मां को उठाया और जमीन पर घुटनो के बल बैठा दिया।
तो विजय राजू, सोनू, सतीश और रवि काका माँ के चारो तरफ आ गए और मुठ मारने लगे सभी ने आपा माल माँ के मुँह में शोदा और माँ सारा का सारा माल पी गई तो सब सोफ़े पीआर बैठ गए इतने में चरण काका फिर से गरम हो गए तो अनहोन फ़िर से माँ को बिस्तर पर लेटने को कहा तो माँ मना कर देगी।
तब चरण काका ने मां को खींच कर दो थप्ड मारे और उन्हें उठा कर बिस्तर पर पटक दिया उन्हें मां को पेट के बाल लेताया और खुद ऊपर चढ़ गया तो मां चटपटाने लगी और उन्होंने अपना लंड मां की गांड पर एडजस्ट लिया और ऊपर लेट गए।
काका के ऊपर लेटने की वजह से मां हिल ना पाई और काका जोर जोर से अपनी कमर हिलाने लगे तो उनका लोडा मां की गांड में घुसने लगा माई ये सब नजारा साफ देख रहा मां की गांड में से भी खून बहाने लगा मैंने सोचा के भी और अंदर घुस गया.
फिर मेरे दिमाग में आइडिया आया कि अगर मैं अब अंदर गया तो लगेगा कि काका जबरदस्ती कर रही है मां को थोड़ा नॉर्मल होना चाहिए, फिर अंदर काटा हूं क्योंकि मां को एक बार फिर रंगे हाथ पकडना चाहता था तो काका दे दना दन मां की गांड चोद रे थोड़ा समय खराब है माँ सामान्य हो गई है तो माँ भी काका का साथ देने लगेगी।
तबी काका ने अपना लंड निकाला और माँ को डॉगी स्टाइल पोज़िशन में किया और वॅप्स लंड गांड में डाल दिया और माँ के बाल पकड़ कर चुदाई करने लगे तब माँ को भी मज़ा आने लगा माँ अपनी गांड के पीछे क्र के काका के साथ चुदाई का मज़ा ले री थी.
तबी माई कॉमन डोर खोल कर माँ के कमरे में घुसा तो देखा के सभी काका अपनी मुँह मार रहे थे एयर माँ काका की चुदाई का आनंद ले रहे थे माँ की गांड में अब भी खून निकल रहा था।
तो मैंने माँ को पूछा कि ये सब क्या है तो माँ ने कुछ ना बोला और उसने अपना सर आला कर लिया लेकिन माँ रुकी नहीं वो काका का साथ दे रही थी और चरण काका भी नहीं रुके वो भी मुझे देख रहे थे और चुदाई किये जा रहे थे द.
तो रवि काका बोले कि तू कॉलेज गया था तो फिर यहां कैसे तो मैंने बताया कि शनिवार को जब विजय काका घर आए थे तो मैंने इनका प्लान सुन लिया था तो आज मैं कॉलेज नहीं गया दोस्त के घर से यहां आ गया और आपकी सारी चुदाई देखी .
तो विजय काका हस्स पडे और बोले के वैसे भी जिसकी माँ चुदने वाली हो उसको चेन कहा होता है तो ये सुन कर सब हस्सने एलजी पडे काका ने अपनी चुदाई चालू रखी।
फिर करीब 25 मिनट मेरे सामने मेरी माँ को चोदने के लिए काका माँ की गांड में ही झड़ गया फिर काका ने अपना लंड बाहर निकाला और माँ को चूसने के लिए बोला तो माँ काका का लंड चूसने लगी और काका का लंड चूस कर पूरा साफ़ कर दिया दीपक।
तब चरण काका बोले के तेरी मां तो पूरी रंडी की तरह है इसकी चूत मार कर आज तो मजा आ गया अब हमारा जब मन करेगा हम तेरी मां को चोदने आया करेंगे मेरे बोलने से पहले ही बोली के ठीक गई तो फिर मैं भी बोला ठीक है काका जैसी आपकी मर्जी उसके बाद सब लोग चले गए।
तो दोस्तो ये थी मेरी माँ के गैंगबैंग की सेक्स स्टोरी, पापा के दोस्तों, उम्मीद है कि आप क्रता हो, आपको ये कहानी पसंद आएगी, आला अपने कमेंट्स, जूनियर पास क्रना जल्ड ही एक और नई कहानी लेकर आऊंगा और विचार भी बताऊंगा, मैं अपनी मां को बताऊंगा कैसे चोदू और किस से चुदवाउ।